लोकतंत्र, समता, समरसता, सदभाव और बंधुत्व के लिए विचार-विनिमय और विमर्श आवश्यक है l
पुज्य डा० साहिब व पुज्य गुरु जी का लाल मिर्ची से क्या तालुक्य
होली पर आपको, आपकी बेहतर रचना को, दोनों को हार्दिक शुभकामनाएं........www.sansadji.com
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